न्यूयॉर्क,17 अप्रैल (युआईटीवी)- पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ऐतिहासिक मुकदमा शुरू हो गया। जिसके वजह से वे अमेरिका के इतिहास में आपराधिक मामले का सामना करने वाले पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बन गए हैं। नवंबर में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने वाला है और आपराधिक मुकदमे के कारण डोनाल्ड ट्रंप पर उनकी उम्मीदवारी को लेकर कई सवाल खड़े हो गए। नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को वह जीतकर पुनः राष्ट्रपति बनना चाहेंगे, यह मामला उनकी इस कोशिश में बाधाएँ पैदा कर सकता है।
न्यायाधीश जुआन एम मर्चन ने सोमवार की अदालती कार्यवाही की शुरुआत में खुद को इस मामले से अलग करने के बचाव पक्ष के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया।ऐसा यह पहला आपराधिक मुकदमा है,जब किसी भी पूर्व अमेरिकी कमांडर-इन-चीफ पर इस प्रकार का मुकदमा चलाया जा रहा है।
न्यूयॉर्क के अभियोजकों ने उन पर आरोप लगाया है कि उन्होंने 130,000 डॉलर के भुगतान को 2016 के राष्ट्रपति अभियान के अंतिम दिनों में छुपाने के लिए रिकॉर्ड में हेराफेरी किया था। आरोप है की पॉर्न स्टार स्टार्मी डेनियल को 2006 के यौन संबंधों के संबंध में यह राशि चुप रहने के लिए दिया गया था। हालाँकि,ट्रंप ने इन सब आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि वे ऐसे किसी भी रिश्ते में नहीं थे। यदि उन पर लगे आरोप साबित हो जाते हैं तो उन्हें आपराधिक सजा और जेल की सजा का सामना करना पड़ सकता है।
डेमोक्रेट राष्ट्रपति जो बाइडेन पर रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप की मामूली बढ़त है। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मैनहट्टन कोर्ट रूम में चुनाव से सात महीने पहले सप्ताह में चार दिन पेश होना पड़ेगा।
आपराधिक सजा वाले उम्मीदवार पर संविधान मौन है। इसलिए इस मुकदमे में दोषी ठहराए जाने के बाद भी उन्हें राष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा लेने से रोका नहीं जा सकता है और न ही उन्हें चुने जाने से अयोग्य ठहराया जा सकता है।
चुनाव से पहले मैनहट्टन मामला संभवत: सुनवाई के लिए आने वाला एकमात्र आपराधिक मामला होगा,क्योंकि जॉर्जिया में चुनाव में हस्तक्षेप के आरोप वाला तेजी से आगे बढ़ने वाला दूसरा मामला आरोपों के वजह से अटक गया है। ट्रंप के खिलाफ अभियोजक ने हितों का टकराव पैदा करने के मामले में एक ब्याॅयफ्रेंड को करदाताओं को 650,000 डॉलर देने की कीमत पर मुकदमा चलाने में मदद के लिए काम पर रखा था।
6 जनवरी, 2021 के दंगों के कारण चुनाव में हस्तक्षेप हुआ था,उसका आरोप भी ट्रंप पर लगा था। यह मामला उस समय का है,जब ट्रंप के समर्थकों ने कांग्रेस को बाइडेन के चुने जाने की पुष्टि करने से रोकने के लिए कैपिटल में तोड़-फोड़ की थी। ट्रंप पर इस मामले को लेकर संघीय आपराधिक मामला लंबित है। अब राष्ट्रपति पद के उनके दावों पर सुप्रीम कोर्ट को निर्णय लेना है।
वर्गीकृत दस्तावेजों को नष्ट करने को लेकर भी उनके खिलाफ एक और लंबित संघीय आपराधिक मामला है। अदालत कक्ष में प्रवेश करने से पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यह राजनीतिक उत्पीड़न है,जो पहले कभी भी नहीं हुआ है,ऐसा कभी किसी ने भी नहीं देखा है।
अभियोजकों का कहना है कि अभियोजन पक्ष सिर्फ यह दर्शाना चाहता है कि लोकतंत्र में कानून से ऊपर कोई भी नहीं है।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जब एक स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन में निजी गुप्त सेवा गार्डों के साथ पहुँचे,तो उनका विरोध करने वाले लोग और समर्थक बाहर जमा हो गए और चिल्लाने लगे।
ट्रंप अपने वकीलों के साथ अदालत कक्ष के अंदर एक मेज पर बैठे। न्यायाधीश जुआन मर्चन पर उन्होंने पक्षपाती होने का आरोप लगाते हुए उन्हें सुनवाई से खुद को अलग करने के लिए कहा।
ट्रंप की न्यायाधीश जुआन मर्चन से कई बार झड़प हुई है। न्यायाधीश जुआन मर्चन ने ट्रंप के माँग को ठुकरा कर मुकदमे को आगे बढ़ाया।
मैनहट्टन के उप लोक अभियोजक जोशुआ स्टीनग्लास ने ट्रंप के खिलाफ मामलों की दोबारा गिनती शुरू की और कहा कि उन पर कुल 34 आरोप हैं। बचाव पक्ष के वकीलों के साथ न्यायाधीश जुआन मर्चन के समक्ष विवादों पर पेश किए जाने वाले सबूतों पर उन्होंने बातचीत की।
राज्य प्रक्रियाओं के तहत 12 जूरी सदस्यों का चयन करना मुकदमे का शुरुआती चरण है,जिसकी शुरुआत होनेवाली है। उन संभावित जूरी सदस्यों की अभियोजक और बचाव पक्ष के वकील बारीकी से जाँच करेंगे। जिन्हें वे पक्षपाती मानते हैं,उन्हें जूरी में बैठने से रोकने के लिए वे पूरा प्रयास करेंगे।
एक अन्य सिविल मामला जो एक संघीय अदालत में ट्रंप के खिलाफ चल रहा है,उसमें 83 मिलियन डॉलर का हर्जाना एक महिला को बदनाम करने के कारण देने का आदेश दिया गया था। इस मामले में उन पर महिला ने उसके बयानों को बार-बार नकारने और उसके साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था।