संभल,5 जुलाई (युआईटीवी)- उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शुक्रवार शाम एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे क्षेत्र को शोक में डुबो दिया। थाना जुनावई क्षेत्र में एक तेज रफ्तार बोलेरो गाड़ी बेकाबू होकर जनता इंटर कॉलेज की दीवार से टकरा गई। इस भीषण हादसे में अब तक 8 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है,जबकि 2 अन्य गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।
यह घटना उस समय घटी जब संभल जिले के ग्राम हरगोविंदपुर से बारात बिल्सी (जिला बदायूं) के लिए निकली थी। बोलेरो में सवार सभी लोग इसी गाँव के निवासी थे। गाड़ी तेज रफ्तार से आगे बढ़ रही थी कि अचानक संतुलन बिगड़ा और वाहन सीधा जाकर जनता इंटर कॉलेज की दीवार से टकरा गया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बोलेरो के परखच्चे उड़ गए और वाहन पलट गया।
मौके पर ही दूल्हे समेत 5 लोगों की मौत हो गई। अन्य घायलों को तत्काल स्थानीय पुलिस और ग्रामीणों की मदद से अस्पताल पहुँचाया गया,लेकिन रास्ते में ही रवि, कोमल और मधु नाम के तीन और घायलों की मौत हो गई। इस प्रकार कुल 8 लोगों ने इस दुर्घटना में अपनी जान गंवा दी।
इस हादसे की खबर जैसे ही देशभर में फैली,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए आर्थिक सहायता का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि पीएम मोदी ने संभल,उत्तर प्रदेश में सड़क हादसे में हुए जानमाल के नुकसान पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। प्रधानमंत्री ने घटना को बेहद दुखद बताया।
पीएम मोदी ने यह भी घोषणा की कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
घटना की सूचना मिलते ही संभल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार विश्नोई और एएसपी अनुकृति शर्मा तुरंत घटनास्थल पर पहुँचे। पुलिस टीम ने भारी मशक्कत के बाद बोलेरो में फँसे लोगों को बाहर निकाला और तत्काल अस्पताल पहुँचाया।
घटना की प्राथमिक जाँच में तेज रफ्तार और ड्राइवर की लापरवाही को हादसे का मुख्य कारण बताया गया है। यह भी माना जा रहा है कि संभवतः गाड़ी के ब्रेक फेल हुए या चालक को झपकी आ गई,जिसकी वजह से बोलेरो अनियंत्रित हो गई।
मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और एफआईआर दर्ज कर जाँच की जा रही है।
घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों और ग्रामीणों ने बताया कि हादसा इतना भयानक था कि कई लोगों की चीखें दूर-दूर तक सुनाई दीं। लोग दौड़ते हुए मौके पर पहुँचे और पुलिस को सूचना दी। बोलेरो गाड़ी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी थी और शव अंदर फँसे हुए थे।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर सवाल भी उठाए कि कॉलेज के पास कोई स्पीड ब्रेकर या संकेतक नहीं था,जिससे वाहन की गति नियंत्रित की जा सके। कई ग्रामीणों ने सड़क सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए और भविष्य में इस स्थान को “एक्सीडेंट प्रोन” घोषित कर सख्त कदम उठाने की माँग की।
घटना के बाद से ही स्थानीय प्रशासन पीड़ित परिवारों के लगातार संपर्क में है। जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि घायलों को बेहतर से बेहतर इलाज मुहैया कराया जाएगा और मृतकों के अंतिम संस्कार में सहायता दी जाएगी।
इसके साथ ही,क्षेत्रीय विधायक और कई राजनीतिक प्रतिनिधियों ने भी पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और सरकार से इस मामले में त्वरित न्याय और उचित मुआवज़े की माँग की।
संभल जिले की यह दुर्घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि तेज रफ्तार और ड्राइवर की थोड़ी सी लापरवाही कितनी बड़ी त्रासदी में बदल सकती है। बारात की खुशियाँ कुछ ही पलों में मातम में बदल गईं। पूरे गाँव में शोक की लहर है और लोग इस दिल दहला देने वाली घटना को भूल नहीं पा रहे हैं।
सरकार और प्रशासन के स्तर पर त्वरित राहत प्रयास हुए हैं,लेकिन जरूरत है सड़क सुरक्षा नियमों के कड़ाई से पालन और जन-जागरूकता की,ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।