मुम्बई सिटी एफसी

आईएसएल-7 : पेनाल्टी शूटआउट में गोवा को हराकर मुम्बई पहली बार फाइनल में

बोम्लोबिम (गोवा), 9 मार्च (युआईटीवी/आईएएनएस)- मुम्बई सिटी एफसी ने सोमवार को पहली बार हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के फाइनल में जगह बना ली। मुम्बई ने बोम्बोलिम के जीएमसी स्टेडिमय में खेले गए सातवें सीजन के पहले सेमीफाइनल के दूसरे लेग में पेनाल्टी शूटआउट में एफसी गोवा को 6-5 से हराया। मुम्बई और गोवा के बीच पहले सेमीफाइनल के फस्र्ट लेग का मुकाबला 2-2 से ड्रॉ रहा था और पहले सेमीफाइनल के दूसरे लेग में भी निर्धारित समय तक स्कोर बराबर रहा। इसके बाद 30 मिनट का एक्सट्रा टाइम में जोड़ा गया। वहां भी गोल नहीं होने के बाद पेनाल्टी शूटआउट का सहारा लिया गया, जहां मुम्बई ने गोवा को 6-5 से हरा दिया।

शूटआउट भी काफी रोचक रहा। शुरुआती पांच-पांच मौकों पर दोनों टीमें 2-2 गोल ही कर सकीं। इसके बाद दोनों को पांच-पांच मौके और मिले लेकिन यहां मुम्बई ने अंतर पैदा कर दिया। शुरुआती 3-3 मौकों पर तो दोनों टीमों ने गोल किए लेकिन गोवा के खिलाड़ी के चौथे मौके पर चूकने के बाद रोवलिन बोर्जेस ने मुम्बई के लिए जीत दिलाने वाला गोल किया।

बहरहाल, शुरुआती 15 मिनट तक दोनों टीमों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली। हालांकि इसके चार मिनट बाद ही मुम्बई सिटी एफसी के विग्नेश दक्षिणमूर्ति को मैच का पहला पीला कार्ड दिखाया गया।

26वें मिनट में अल्बटरे नोगुएरा ने बॉल को अपने कब्जे में लेने की कोशिश, लेकिन जॉर्ज आर्टिज ऑफसाइड पाए गए। अगले ही मिनट में गोवा बढ़त लेने का मौका गंवा बैठी। एफसी गोवा ने 34वें मिनट में भी एक बेहतरीन मूव बनाया। लेकिन इस बार भी कप्तान और गोलकीपर अमरिंदर सिंह ने ओर्टिज के शॉट को शानदार तरीके से सेव करके मुम्बई को मैच में बनाए रखा।

दोनों टीमों ने आगे भी एक-दूसरे के गोलकीपर को छकाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वे एक-दूसरे के डिफेंस में सेंध नहीं लगा पाए और पहला हाफ गोलरहित रहा। इस सीजन में दोनों टीमें नौवीं बार पहले हाफ में गोल करने में विफल रही।

दूसरे हाफ में गोवा रेडीम की जगह इशान पंडिता के साथ उतरी। 55वें मिनट में सेवियर गामा ने इदु बेदिया के असिस्ट पर बॉक्स के बाहर से एक शानदार शॉट लगाया। लेकिन अमरिंदर ने इसे उतने ही अच्छे तरीके से सेव करके गोवा को बढ़त लेने से रोक दिया।

अमरिंदर ने फिर 62वें मिनट में भी गोवा के एक और हमले को विफल करके मुम्बई को मुकाबले में पीछे नहीं होने दिया। मुम्बई भी बढ़त लेने की कोशिश में लगी हुई थी और इसी प्रयास में हुगो बोउमस ने 70वें मिनट में एक अच्छा मूव बनाया, लेकिन वे इसमें कामयाब नहीं हो पाए।

हालांकि निर्धारित समय तक भी दोनों ही टीमें बढ़त नहीं ले पाई और मुकाबला इंजुरी टाइम में चला गया। चार मिनट के इंजुरी टाइम में मुम्बई सिटी एफसी और एफसी गोवा बढ़त नहीं ले पाई। इसके बाद एक्सट्रा टाइम के रूप में 15-15 मिनट के दो हाफ और जोड़े गए।

एक्सट्रा टाइम में मुम्बई के मंदर राव देसाई को येलो कार्ड मिला। लेकिन एक्सट्रा टाइम के पहले हाफ में भी टीमों की डिफेंस दीवार बनकर खड़ी रही और गोल नहीं खाई। दूसरे हाफ में गोवा के गोलकीपर धीरज सिंह एक बेहतरीन सेव करने के प्रयास में चोटिल हो गए। हालांकि फिर वह उठ खड़े हुए और गौर्स के दीवार बनकर खड़े रहे।

गोवा ने हालांकि बाद में धीरज की जगह नवीन कुमार को गोलकीपर के रूप में मैदान पर उतारा। 30 मिनट के एक्सट्रा टाइम में भी दोनों टीमें गोल नहीं दाग पाई और मुकाबला पेनाल्टी शूटआउट में चला गया।

पेनाल्टी शूटआउट में मुम्बई सिटी एफसी ने अमरिंदर की जगह फुरबा लाचेंपा को गोलकीपर के रूप में उतारा। पेनाल्टी शूटआउट में मुम्बई सिटी एफसी के लिए ओग्बेचे, रेनियर फर्नाडीज, रेनवेड, मातोर्डा फाल, मंदर राव देसाई और रॉवलिन बोर्जेस ने गोल किए। वहीं, एफसी गोवा के लिए इगोर एंगुलो, इवान गोंजालेज, इशान पंडिता, जॉर्ज ओर्टिज और आदिल खान ने गोल दागे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *