डीजीपी कांफ्रेंस में पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी, आंतरिक सुरक्षा पर हो रहा मंथन

लखनऊ, 20 नवम्बर (युआईटीवी/आईएएनएस)- उत्तर प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश की आंतरिक सुरक्षा पर केन्द्रित 56वें अखिल भारतीय पुलिस महानिदेशक, महानिरीक्षक सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए शनिवार सुबह यहां पुलिस मुख्यालय पहुंचे।

प्रधानमंत्री लंच और डिनर डीजीपी मुख्यालय में ही करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के अलावा गृह मंत्री और दोनों गृह राज्य मंत्री कॉन्फ्रेंस में मौजूद हैं। यूपी में पहली बार आयोजित हो रहे इस सम्मेलन में नक्सलवाद, आतंकवाद और माफिया तत्वों पर प्रभावी अंकुश लगाने के उपायों पर चर्चा हो रही है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की मौजूदगी में आंतरिक सुरक्षा के खतरों से लेकर आतंकवाद पर अंकुश के मुद्दों पर विचार विमर्श कर रहे हैं। डीजीपी सम्मेलन में प्रधानमंत्री के सामने कई प्रस्तुतिकरण भी होंगे।

इसमें राज्यों में आधुनिक पुलिसिंग के लिए उठाए गए कदमों की भी जानकारी दी जाएगी। शाम सात बजे तक प्रधानमंत्री अलग अलग सत्र में हिस्सा लेंगे।

इससे पहले, डीजीपी कांफ्रेंस में शामिल होने के लिए शुक्रवार रात लखनऊ पहुंचे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एयरपोर्ट पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई नेताओं ने स्वागत किया। पीएम मोदी एयरपोर्ट से रात्रि विश्राम के लिए सीधे राजभवन पहुंचे। राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उनका स्वागत किया। मोदी ने राजभवन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।

शुक्रवार को देशभर के पुलिस महानिदेशक, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों व पुलिस संगठनों के प्रमुखों के सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साफ कहा कि पुलिसिंग और राजनीति अलग-अलग है। पुलिसिंग को राजनीति का शिकार नहीं होना चाहिए। उन्होंने जेलों को फेल प्रूफ और फुल प्रूफ होना चाहिए। उन्होंने केंद्र व राज्यों की एजेंसियों में बेहतर तालमेल पर जोर दिया।

उत्तर प्रदेश में पहली बार पुलिस महानिदेशक/महानिरीक्षक के 56वें वार्षिक सम्मेलन आयोजित हो रहा है। सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के पुलिस महानिदेशकों को शामिल कर अनेक कोर ग्रुप गठित किए गए। सम्मेलन में चर्चा किए जाने वाले समसामयिक सुरक्षा मुद्दों पर राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के 200 से अधिक वरिष्ठ अधिकारियों से उनके विचार मांगे गए। 350 से अधिक वरिष्ठ अधिकारी विभिन्न राज्यों में स्थित आइबी कार्यालयों से वर्चुअल माध्यम से सम्मेलन का हिस्सा बने।

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