हल्के कोविड से 3 अमेरिकी किशोरों में अचानक व्यामोह जैसा भय

न्यूयॉर्क, 28 अक्टूबर (युआईटीवी/आईएएनएस)- एक नए अध्ययन के अनुसार, तीन किशोरों में आत्मघाती विचार ‘व्यामोह जैसा भय’, भ्रम और ‘धुंधला मस्तिष्क’ की पहचान की गई है। इन्हें हल्के या बिना लक्षण वाले कोविड-19 का संक्रमण था। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सैन फ्रांसिस्को के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में किए गए अध्ययन ने एंटी-न्यूरल एंटीबॉडीज – ‘टर्नकोट’ एंटीबॉडीज को देखा जो मस्तिष्क के ऊतकों पर हमला कर सकते हैं – बाल रोगियों में जो सार्स-कोव-2 से संक्रमित थे।

अध्ययन में, जामा न्यूरोलॉजी में प्रकाशित, शोधकर्ताओं ने तीन रोगियों के मस्तिष्कमेरु द्रव की जांच की, जो काठ का पंचर के माध्यम से प्राप्त किया, और पाया कि दो रोगियों, जिनमें से दोनों में अनिर्दिष्ट अवसाद और/या चिंता का इतिहास था। इनमें एंटीबॉडी थे जो इंगित करते हैं कि सार्स-कोव 2 ने केंद्रीय तंत्रिका तंत्र पर आक्रमण किया हो सकता है।

टीम ने कहा कि वही रोगी, जिनके पास हल्के/स्पशरेन्मुख कोविड था, उनके मस्तिष्कमेरु द्रव में तंत्रिका-विरोधी एंटीबॉडी भी थे, जिनकी पहचान मस्तिष्क के ऊतकों को प्रतिरक्षित करके की गई थी। यह एक प्रतिरक्षा प्रणाली का सुझाव देता है जो अमोक चल रही है, गलती से संक्रामक रोगाणुओं के बजाय मस्तिष्क को लक्षित कर रही है।

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