नई दिल्ली,6 फरवरी (युआईटीवी)- पेटीएम ने अपने वॉलेट कारोबार बेचने की खबरों का खंडन करते हुए कहा कि यह ‘सब बाजार की अटकलबाजी’ है। खबरे थी कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के प्रतिबंध के बाद पेटीएम अपने वॉलेट कारोबार को बेचने के लिए कुछ इच्छुक निवेशकों से बातचीत कर रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक दावा किया गया था कि पेटीएम के वॉलेट कारोबार के लिए जियो फाइनेंशियल सर्विसेज और एचडीएफसी बैंक (NS:HDBK) बोली लगाने वालों में सबसे आगे है।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रवक्ता के एक बयान के अनुसार, बाजार के अटकलों पर हम कोई टिप्पणी नहीं कर रहे हैं।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रवक्ता ने कहा कि, ” नियामक द्वारा दिए गए हर निर्देश का हम पालन करते हैं। हमारी टीम कोशिश कर रही है कि जो भी उत्पाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) द्वारा पेश किए गए हैं उसके साथ एक सहज ग्राहक अनुभव सुनिश्चित किया जा सके।”
इससे पहले,कर्मचारियों को कोई छंटनी नहीं होने का आश्वासन देते हुए प्रमुख वित्तीय सेवा कंपनी पेटीएम के संस्थापक एवं सीईओ विजय शेखर शर्मा ने कहा था कि आरबीआई के साथ कंपनी बातचीत कर रही है और अन्य बैंकों के साथ साझेदारी के विकल्पों पर भी कंपनी विचार कर रही है।
कर्मचारियों को एक वर्चुअल टाउन हॉल के दौरान विजय शेखर शर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि, ” सब कुछ का पता हम शीघ्र ही लगा लेंगे। आगे क्या किया जा सकता है,इसके लिए हम आरबीआई से संपर्क करेंगे।”
सोमवार को बीएसई में पेटीएम के शेयर 10 प्रतिशत के लोअर सर्किट के साथ 438.35 रुपये पर कारोबार कर रहे थे।
आरबीआई के निर्देश के बाद पेटीएम के सहयोगी बैंक की धारणा बन गई है कि कंपनी और उसके सहयोगी एक हैं।
हालाँकि,पेटीएम के अध्यक्ष और समूह सीएफओ मधुर देवड़ा ने इस पर स्पष्टता देते हुए कहा है कि फिनटेक कंपनी और उसके सहयोगी डिजाइन और संरचना दोनों के मामले में एक नहीं हैं और न ही कभी एक हो सकते हैं।
मधुर देवड़ा ने आगे कहा कि, ” पेटीएम और पेटीएम पेमेंट्स बैंक के एक होने की धारणा तो हो सकती है,लेकिन डिजाइन और संरचना के मामले में ऐसा नहीं है,यह बिल्कुल अलग है और यह एक नहीं हो सकती हैं। सबसे पहली और महत्वपूर्ण बात तो यह है कि यह एक सहयोगी कंपनी है और यदि दूसरे अर्थ में देखा जाए तो यह एक सहयोगी कंपनी नहीं है,क्योंकि यह तो एक बैंक है।”
बैंक के लिए सबसे पहली और महत्वपूर्ण बात यह है कि उसे बैंक द्वारा पालन किए जाने वाले सभी दिशा निर्देशों,शासन का पालन करना चाहिए। पेटीएम के अध्यक्ष ने आगे कहा कि एक बैंक के पास स्वतंत्र प्रबंधन टीम होनी चाहिए।